जब कभी भी कोई विवाद या लड़ाई होती है और बात पुलिस थाने तक पहुंचती है, तो FIR का जिक्र जरूर होता है। चोरी, झगड़ो, या किसी भी अपराधिक घटना से जुड़े मामलों में FIR से पाला पड़ता है। ऐसे में FIR के विषय में जानकारी होना बेहद जरुरी हो जाता है। इतना ही नहीं अक्सर प्रतियोगी प्ररिक्षाओं में भी एफआईआर के फुल फॉर्म से जुड़े प्रश्न आते है।
आपने भी कभी न कभी एफआईआर के विषय में पढ़ा या सुना होगा, लेकिन क्या आप FIR का फुल फॉर्म जानते है। हम अपने पिछले आर्टिकल में आपको जानकारी दे चुके है कि JCB Ka Full Form क्या होता है। वहीं आज हम अपने आर्टिकल में आपको जानकारी देंगे कि आखिर FIR Ka Full Form क्या होता है।

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FIR Ka Full Form
अगर आप एफआईआर के विषय में जानना चाहते है तो आपको सबसे पहले एफआईआर के फुल फॉर्म को जानना होगा। आपको बता दे कि FIR Ka Full Form होता है First Information Report।
जैसा कि एफआईआर के फुल फॉर्म से ही प्रदर्शित होता है कि यह सबसे पहले दी जाने वाली एक जानकारी होती है। इसे हिंदी में प्रथम सूचना रपट अथवा प्राथमिकी भी कहा जाता है। बता दे कि एफआईआर किसी भी आपराध की तत्कालीन जानकारी का लिखित दस्तावेज होती है।
जब भी कोई अप्रिय या अपराधिक घटना होती तो हम पुलिस स्टेशन में जाकर अपनी जानकारी के अनिसार घटना का जो ब्यौरा पुलिस को देते है और उस ब्यौरे को लिखित रूप में पुलिस दवा दर्ज किया जाना ही FIR कहलाता है। बता दे कि FIR के आधार पर भी पुलिस अपनी आगे की कार्यवाही करती है।

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FIR किन अपराधो में दर्ज होती है
जैसा कि हमने आपको जानकारी दी कि एफआईआर को प्राथमिकी के नाम से जाना जाता है, ऐसे में यह एक ऐसा मजबूत दस्तावेज होता है जो किसी तुरंत संज्ञान लेने हेतु आपराध के लिए दर्ज करवाया जाता है।
पुलिस मात्र एफआईआर के बलबूते पर ही अपराधी को गिरफ्तार कर सकती है और बिना किसी देरी और रोकटोक के जांच पड़ताल कर सकती है। आपको बता दे कि एफआईआर हत्या, चोरी, मोबाइल या सिम खो जाने, किसी महत्वपूर्ण दस्तावेज के खो जाने, सड़क दुर्घटना, आपसी विवाद, मारपीट आदि अपराधों में दर्ज की जाती है।

FIR दर्ज करते समय आम आदमी के अधिकार
अगर आप पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने जाते है, तो इस समय आपके कुछ आधिकार भी होते है, जिससे पुलिस आप पर किसी भी तरह का दबाव नहीं बना सकती। आपके द्वारा दर्ज की गई एफआईआर को आपके दस्तावेज करवाने से पहले पढ़ कर सुनना या फिर आपको पढने के लिए देना पुलिस की जिम्मेदारी होती है और या आपका हक़ भी होता है।
आप आपने द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के स्पष्ट और सही रूप से दर्ज होने की संतुष्टि के बाद ही अपने हस्ताक्षर करे, अगर आपको इस एफआईआर में कुछ गलत लगे तो आप उसमे बदलाव भी करवा सकते हो।

उम्मीद है आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया होगा तथा आप जान गए होंगे कि FIR Ka Full Form क्या होता है।
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FAQ
FIR किन अपराधो में दर्ज होती है?
एफआईआर हत्या, चोरी, मोबाइल या सिम खो जाने, किसी महत्वपूर्ण दस्तावेज के खो जाने, सड़क दुर्घटना, आपसी विवाद, मारपीट आदि अपराधों में दर्ज की जाती है।
FIR Ka Full Form क्या होता है?
एफआईआर का फुल फॉर्म First Information Report होता है।